नेकपा एमाले सहमती का बाधक है । एमाले नहि चाहती कि मधेसियो के साथ कोइ सहमती हो और देश को निकास मिले और सभी समस्याओ क समाधन हो । इसलिए जब भि मधेसी मोर्चा और सरकारी बार्ता टोलि सहमती कि ओर कदम आगे बढाती है तबतब एमाले का गृहमन्त्री गुन्डा शैली मे मधेसी प्रदर्शनकारियो पर आक्रमन कर बातचित के माहौल को बिगाड देति है । एकबार जब अच्छी बात हुई तो बिरगन्ज मे सोते हुए धरनाकारियो पर आतन्ककारी शैली मे आक्रमन किया और फिर सम्बन्धी के घर आए मेहमान भारतिय युवक को सर मे गोलि ठोक कर मार दिया । फिर कल संसद शुरु होने के वाद जब आज के लिए बातचित कि तारिख तय हुई तो फिर सप्तरी के भारदह मे रात मे धरनाकारियो पर गुन्डा शैली मे एमाले का गृहमन्तत्री शक्ति बस्नेत ने कहर बरपाए जिससे फिर बातचित का माहौल बिगाड दिया । इससे पहले भि केपि ओलि, झलनाथ खनाल लगायत के एमाले नेता मधेसियो के प्रती उत्तेजक टिप्पणीया करते रहे है जिससे सहमती का सम्भावना घटता रहा है । इससे साबित होता है कि एमाले किसि और हि तत्व के द्वारा चालित है । मुमकिन है कि एमाले चीन के चाल मे फसा हो या फिर चीन और भारत के बिच द्वन्द्व पैदा करानेवाली किसि और हि शक्ति से प्रभावित हो । इसिप्रकार परिस्थिती कमुनिस्टो के एक और षड्यन्त्र के प्रती भि संकेत करती है । हिन्दुबादी पार्टी राप्रपा नेपाल जो कि ईश कम्युनिस्ट सरकार का एक मजबुत सहयोगी बनी हुई है, उसके प्रतिये कम्युनिस्ट शासक इमान्दार नहि है और उसके नेता कमल थापा को सरकारी बार्ता टोलि के सन्योजक के रुप मे असफल करवाने और साथ हि साथ भारत के नजर मे गिराने का षड्यन्त्र भि हो सकता है । सभी रास्ट्रबादियो को ईश कुचाल से सावधान रहना जरुरी है ।ु
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